नई दिल्ली, 21 मार्च 2024 । पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र की राजनीति में सत्ताधारी एनडीए गठबंधन महायुति में महाराष्ट्र नव निर्माण सेना MNS प्रमुख राज ठाकरे को भी शामिल करने की चर्चा जोरों पर है। इस सिलसिले में राज ठाकरे ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की है। माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे भी एनडीए के बैनर तले चुनाव लड़ेंगे लेकिन अब कहा जा रहा है कि भाजपा राज ठाकरे को लोकसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं देने जा रही है।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा राज ठाकरे को लोकसभा चुनावों में एक भी सीट की पेशकश नहीं करने जा रही है लेकिन उसे आगामी महाराष्ट्र विधानसभा और बीएमसी चुनावों में भाजपा उचित सीट देगी। इसके बदले में राज ठाकरे को लोकसभा चुनावों के दौरान एनडीए के पक्ष में चुनाव प्रचार करना होगा और 400 पार के लक्ष्य को साधने के लिए मराठी वोट जुटाने होंगे। राज ठाकरे को एक कुशल वक्ता माना जाता है।
राज ठाकरे ने वर्ष 2006 में अविभाजित शिवसेना से अलग होकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना नामक पार्टी की स्थापना की थी। इससे पहले चर्चा थी कि अगर भाजपा और MNS के बीच गठबंधन पर मुहर लग जाती है, तो MNS को मुंबई से चुनाव लड़ने के लिए एक सीट दिया जा सकता है। इस बीच, MNS के नेता बाला नंदगांवकर ने कहा कि पार्टी राज ठाकरे के निर्देश पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे के बीच बातचीत सकारात्मक रही और अगले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी। फडणवीस ने शाह और राज ठाकरे के बीच हुई इस मुलाकात को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा, ‘‘राज ठाकरे ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की। इस पर तुरंत कोई टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। अगले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी और हम आपको विस्तार से जानकारी देंगे।’’
बारामती (पुणे जिला) और माधा (सोलापुर जिला) जैसी प्रमुख लोकसभा सीट के लिए सत्तारूढ़ महायुति के सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर फडणवीस ने कहा, ‘‘बारामती हो या माधा, सबका लक्ष्य सीट जीतना और नरेन्द्र मोदी को फिरी से प्रधानमंत्री बनाना है।’’ राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार का नाम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) से संबंधित सुप्रिया सुले के खिलाफ तय होने की उम्मीद है। हालांकि, भाजपा के सहयोगी दलों के कुछ स्थानीय नेताओं ने सुनेत्रा पवार की उम्मीदवारी पर अपना विरोध व्यक्त किया है।
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