मध्य प्रदेश की छतरपुर सिटी कोतवाली में पथराव और उपद्रव मामले में पुलिस-प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की. गुरुवार को पुलिस-प्रशासन की टीम ने पथराव मामले के मुख्य आरोपी और कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली की आलीशान हवेली को ध्वस्त कर दिया. प्रशासन का दावा है कि करीब 20 हजार वर्ग फीट जगह पर यह हवेली बिना अनुमति के बनाई गई थी. बॉलीवुड फिल्म 'सनम बेवफा' की हवेली की तर्ज पर शहजाद अपने सपनों की मंजिल बनवाने में करीब 10 करोड़ से ज्यादा रुपये लगा चुका था. हवेली का निर्माण कार्य 2017 से चल रहा था. फिलहाल गृहप्रवेश नहीं हुआ था. प्रशासन ने नवनिर्मित हवेली से सटे शहजाद एक अन्य मकान समेत उसके पार्षद भाई आजाद अली के मकान को भी ध्वस्त कर दिया. इस कार्रवाई के दौरान घर में रखी 3 महंगी कारें, 2 स्कूटी और 2 बाइक भी बुलडोजर से रौंद दी गईं.
दरअसल, महाराष्ट्र में की गई संत रामगिरी महाराज की आपत्तिजनक टिप्पणी से नाराज होकर बीते बुधवार को मुस्लिम समुदाय के लोग ज्ञापन देने छतरपुर सिटी कोतवाली पहुंचे थे. इस दौरान कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली और उसके भाई नगर पालिका पार्षद आजाद अली के नेतृत्व में भीड़ ने थाने में उपद्रव और पथराव शुरू कर दिया.
इस घटना में थाना प्रभारी अरविंद कुजूर सहित दो पुलिस आरक्षक घायल हो गए. यह मामला राजधानी भोपाल तक पहुंच गया और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उच्च अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने के निर्देश दिए. इसके बाद पुलिस ने करीब 50 नामजद सहित 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. FIR में मुख्य आरोपी शहजाद के बेटे सोनू खान और मोनू खान समेत आजाद के बेटे इनायत खान के नाम भी शामिल हैं.
छतरपुर पुलिस प्रशासन ने इस घटना में प्रमुख भूमिका में नजर आ रहे कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली और उनके भाई कांग्रेस पार्षद आजाद अली की 20 हजार वर्ग फीट में बिना अनुमति बनी आलीशान हवेली को चार बुलडोजर लगाकर 6 घंटे में ध्वस्त कर दिया. हवेली की कीमत 10 करोड़ रुपए आंकी जा रही है.
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