रायपुर। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को द्वितीय अनुपूरक बजट की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर तकरार हुई। सदन में चर्चा के दौरान विपक्ष द्वारा 56 साल की महिला के फुगड़ी खेलने और भाजपा की महिला विधायकों को चुनौती देने को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ। सदन में दोपहर बाद अनुपूरक बजट की अनुदान मांगों पर सत्तापक्ष के विधायक अजय चंद्राकर बोल रहे थे।
दोनों पक्षों के बीच जमकर हंगामा और नारेबाजी
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस शासन के छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल को लेकर तंज कसा। इस पर कांग्रेस विधायक रामकुमार यादव ने कहा, छत्तीसगढ़ की 57 साल की महिला फुगड़ी खेलने में पुरस्कार जीती तो भाजपा विधायकों को खुशी नहीं हुई। उन्होंने सत्ता पक्षा की महिला विधायकों को फुगड़ी खेलने की चुनौती भी दे दी। इसके बाद भाजपा महिला विधायक भावना बोहरा इस पर आपत्ति ली।
उन्होंने सदन में सत्तापक्ष की महिला विधायकों की ओर उंगली दिखाकर बात करना ठीक नहीं है। कांग्रेस विधायक को इस पर माफी मांगनी चाहिए। इसके बाद इसके बाद दोनों पक्षों के बीच जमकर हंगामा और नारेबाजी होने लगी। हालांकि सभापति प्रबोध मिंज के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। उन्होंने दोनों पक्षों को आश्वस्त किया कि चर्चा के दौरान जो भी असंसदीय शब्द आए होंगे उसे विलोपित कर दिया जाएगा।
सत्ता पक्ष के विधायकों ने लगाई सवालों की झड़ी
पीएचई विभाग में जल जीवन मिशन के कार्यों में हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा गरमाया रहा। इस मामले में भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने ईडी से जांच कराने की मांग की। इस पर डिप्टी सीएम व पीएचई मंत्री अरुण साव ने कहा, हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद हर तरह की कार्रवाई की जाएगी। भाजपा विधायक कौशिक ने कहा, पीएम मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर गंभीर अनियमितता बरती गई है। काम अधूरा छोड़ अनियमितता बरतने वाले ठेकेदारों को भुगतान कर दिया गया।
डिप्टी सीएम साव ने बताया, दो वर्ष में कुल 2918 ठेकेदारों को 13 अलग-अलग कारणों से नोटिस दी गई। 72 ठेकेदारों की शिकायत पर जांच कर 100-100 अनुबंध रद्द कर ब्लैक लिस्ट किया गया। इस पर विधायक कौशिक ने कहा, केवल अनुबंध रद्द करना क्या यह पर्याप्त कार्रवाई है। इसके बाद भी ठेकेदारों को भुगतान कर दिया गया। जो 420 का अपराध बनता है। एफआईआर कराएंगे? इस पर डिप्टी सीएम ने आश्वस्त किया है कि हाई पावर कमेटी के उच्च स्तरीय कमेटी की सिफारिश आएगी और उसके बाद में तत्काल एफआईआर की जाएगी।
किसी को बख्शा नहीं जाएगा, की जाएगी सख्त कार्रवाई
विधानसभा में मंगलवार को बूढ़ातालाब सौंदर्यीकरण का मुद्दा प्रमुखता से उठा। प्रश्नकाल में सत्ता पक्ष के विधायकों ने ही डिप्टी सीएम व नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव को जमकर घेरा। सत्ता पक्ष ने अफसरों की मिलीभगत से गड़बड़ी करने का आरोप लगाया। वहां हुए कामों का भौतिक सत्यापन और जांच कराने की मांग की। डिप्टी सीएम साव ने सदन में यहां हुए सभी कामों का परीक्षण कराने का आश्वासन दिया है।
प्रश्नकाल में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने स्मार्ट सिटी परियोजना रायपुर के तहत हुए कार्यों की वित्तीय और भौतिक स्थिति की जानकारी मांगी। उन्होंने पूछा कि बूढ़ातालाब में कौन-कौन से मद से कितनी राशि के काम कराए गए है। इस पर डिप्टी सीएम साव ने बताया कि 30 काम के लिए 35.07 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे। इनमें से 29 काम पूरे हो गए हैं।
इस पर विधायक चंद्राकर ने आपत्ति जताई कि काम अभी पूरे नहीं हुए हैं। उन्होंने पूछा कि सौंदर्यीकरण में किस-किस मद से राशि खर्च हुई है। इसके जवाब में मंत्री अरुण साव ने बताया कि सभी कार्य स्मार्ट सिटी से हुए है। इस पर विधायक चंद्राकर ने कहा, यह गलत जानकारी। यहां पर्यटन मंडल, नगर निगम और स्मार्ट की राशि खर्च हुई है। उन्होंने कामों का भौतिक सत्यापन कराने की मांग की।
इस पर मंत्री ने परीक्षण कराने की बात कही। वहीं भाजपा विधायक राजेश मूणत कहा, यहां तीन-तीन एजेंसियों ने काम किया है। 6 करोड़ का फाउंटेन लगाया, लेकिन बंद पड़ा हुआ है। अधिकारियों की लीपापोती की जांच होनी चाहिए। भाजपा विधायक सुनील सोनी ने कहा, हमारी सरकार को अनियमितताओं का भंडार मिला है। पुरानी सरकार ने सैकड़ों करोड़ रुपए लूटने का काम किया है। इसी जांच होनी चाहिए।
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