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कलेक्टर मिश्रा ने दिए निर्देश, गर्मी में पानी की समस्या वाले क्षेत्रों का सत्यापन करें अधिकारी


धमतरी। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने गर्मी के मौसम में जिले में पानी की समस्या से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की  बुधवार को गहन समीक्षा की। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सभी जिला कलेक्टरों को इस बाबत दिए निर्देश के बाद पीएचई, सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।

बैठक में कलेक्टर ने पानी की समस्या वाले क्षेत्रों का वास्तविक रूप से सत्यापन कर निराकरण के लिए जरूरी उपाय करने को कहा। कलेक्टर ने आज की बैठक में जिले के तीनों अनुभागों में गर्मियों में पानी की कमी वाले क्षेत्रों की जानकारी ली। उन्होंने इन क्षेत्रों मे रहनेवाले लोगों तक पानी पहुंचाने की वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में भी अधिकारियों से जाना। मिश्रा ने पानी की समस्या वाले क्षेत्रों में जरूरत के अनुसार डीप बोरवेल करने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने नलजल योजना और ग्राम पंचायतों के नलकूपों में लगे विद्युत पम्पों की मरम्मत कराने को भी कहा।

बैठक में कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे कामां को तेजी से करने के निर्देश दिए। उन्होंने लगभग पूरा होने की स्थिति वाले कामों को प्राथमिकता से करने को कहा। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि पाईपलाईन बिछाने, टंकी बनाने जैसे अधोसंरचना के अधूरे पड़े कामों को पूरा करने के लिए ठेकेदारों की बैठक बुलाई जाए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियां को पानी की समस्या वाले क्षेत्रों के तालाबों को बांधों और जलाशयों से पानी छोड़कर भरने को भी कहा। कलेक्टर ने इसके पहले वितरक नहरों और नालियों की अच्छे से सफाई कराने को भी कहा, ताकि बांधों से छोड़ा गया पानी आसानी से तालाबों तक पहुंच सके। बैठक में कलेक्टर ने गर्मी के दिनों में होने वाली मौसमी बीमारियों हीट स्ट्रोक, ’’लू’’, डायरिया आदि से बचाव के लिए भी जरूरी उपाय करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने पर्याप्त संख्या में ओआरएस कॉर्नर शुरू करने, अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों के इलाज के लिए बिस्तर आरक्षित रखने और पर्याप्त मात्रा में उपयोगी दवाएं भंण्डारित रखने को भी कहा। मिश्रा ने पिछले तीन-चार वर्षों में गर्मी के मौसम में डायरिया जैसी बीमारियों वाले क्षेत्रों में पेयजल स्त्रोतों की जांच करने, पानी में ई-कोलाई बैक्टिरिया की जांच करने के साथ ऐसे जल स्त्रोंतों को चिन्हांकित करने को भी कहा।

बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नगरी क्षेत्र में 13 ग्राम पंचायतों की पहचान पानी की समस्या वाले क्षेत्र के रूप में की गई है। इन पंचायतों में टेंकर के माध्यम से पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। इसी तरह कुरूद क्षेत्र में 10 और मगरलोड क्षेत्र में 2 ग्राम पंचायतें में पानी की समस्या की पहचान की गई है, यहां भी लोगों को पर्याप्त पानी उपलबध कराने के लिए जरूरी व्यवस्थाएं की जा रहीं हैं। धमतरी क्षेत्र में 11 ग्राम पंचायतों में पानी की समस्या देखी जा रही है। इसके साथ ही नगरनिगम क्षेत्र में भी गर्मी के दिनों में पानी की कमी से निपटने के लिए जरूरी काम शुरू कर दिए गए हैं। अभी से ही गर्मी में जलस्तर नीचे जाने वाले नलकूपों की पहचान कर उनमें राईजर पाईप बढ़ाने का काम शुरू किया जा रहा है। खराब हेण्डपम्पों की भी पूरी पहचान कर उन्हें सुधारने का काम शुरू किया गया है। 

अधिकारियों ने बताया कि जिले में नलकूपों में राईजर पाईप बढ़ाने के लिए पर्याप्त संख्या में पाईप उपलब्ध हैं। स्पेयर पार्ट्स भी मौजूद हैं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि पंचायतों में संचालित जल प्रदाय योजनाओं और खराब मोटर पम्पों की भी जानकारी ले ली गई है और पंचायतों को पम्पों की मरम्मत कराने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं। 

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